रानी दुर्गावती भारत की एक वीरांगना राजा कीर्तिसिंह चंदेल की एकमात्र संतान थी
रानी दुर्गावती भारत की एक वीरांगना राजा कीर्तिसिंह चंदेल की एकमात्र संतान थी. जिन्होने अपने विवाह के चार वर्ष बाद अपने पति दलपत शाह मडावी की असमय मृत्यु के पश्चात अपने पुत्र वीरनारायण को सिंहासन पर बैठाकर उसके संरक्षक के रूप में स्वयं 15 साल शासन किया। इनके शासन में राज्य की बहुत उन्नति हुई। दुर्गावती को तीर तथा बंदूक चलाने का अच्छा अभ्यास था। स्वयं पुरुष वेश में युद्ध का नेतृत्व किया। 3,000 मुगल सैनिक मार गिराये लेकिन रानी ने अंत समय निकट जानकर अपनी कटार स्वयं ही अपने सीने में भोंककर आत्म बलिदान स्विकार किया।
गोंडवाना की महारानी जी के 498 वें जन्म जयन्ती के अवसर पर सभी मूलनिवासी बहुजनों को हार्दिक बधाईयां!
पुजारी:- साहब ये पत्थर की मूर्तियां हैं सुन बोल नहीं सकती by mt news
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